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आपने केसरी फिल्म का वह गीत “teri mitti mein mil jawa” जरूर सुना होगा। वह गीत जिसको सुनकर रग-रग फड़कने लगती है और देश के लिए मर मिटने का भाव अंदर जन्म लेता है। इस गीत को रचा है Manoj Shukla ने। साहित्य सागर में वो अपनी नैय्या Manoj Muntashir के नाम से खेते हैं।
MANOJ MUNTASHIR
उनकी प्रतिभा देखकर ये विश्वास बन गया है कि वो दूर तक यात्रा करेंगे। kesari फिल्म के गीत “तेरी मिट्टी में घुल जावा” के लिए lyricist ( गीतकार ) Manoj Muntashir को फिल्म फेयर पुरस्कार में अवार्ड में नॉमिनेशन तो मिला, लेकिन best lyricist का award नहीं मिला, जिसका उन्हें बहुत अफसोस था।
उन्होंने यह भी कहा कि “यह मेरे जीवन का सर्वश्रेष्ठ गीत है अगर इसके लिए भी मुझे best lyricist का पुरस्कार नहीं मिलता तो या तो मेरे लिखने में कमी है या फ़िर पुरुस्कार देने की प्रणाली में ही ख़ामी है।
TERI GALIYAN
इस गीत को भारत में बहुत अधिक सुना गया। Manoj Muntashir काफ़ी वक़्त से फ़िल्मों के लिए गीत लिख रहे थे लेकिन एक गीत है जिसके लिए Manoj Muntashir को काफी सारे पुरस्कार मिले और जहां से एक lyricist के रूप में उनकी यात्रा शुरू हुई 2014 में shradhha kapoor और siddharth malhotra की एक फिल्म से ।
उस फ़िल्म में riteish deshmukh के नेगेटिव किरदार को बहुत पसंद किया गया था, फ़िल्म थी ek villain. वैसे तो फिल्म के सभी गीत बहुत अच्छे थे पर इस फिल्म में एक गीत था “तेरी गलियां, मुझको भावे तेरी गलियां” यह गीत अत्यंत प्रसिद्ध हुआ और उसके लिए Manoj Muntashir को बहुत सारे अवार्ड मिले।
Hate Story 3, Sanam Re, Rocky Handsome, Tum Bin 2, Rustom, MS Dhoni, Half Girlfriend जैसी फ़िल्मों के गानों में Manoj Muntashir का योगदान रहा। उसके बाद धीरे-धीरे उनकी मकबूलियत बढ़ती गई,उनकी लोकप्रियता बढ़ती गई। उन्हें ज़्यादा से ज़्यादा opportunities मिलने लगीं। lyricist Manoj Muntashir को इसके पहले सिर्फ़ टीवी जगत में स्क्रीनप्ले राइटर के रूप में जाना जाता था लेकिन फिर वह फिल्मों में गीत लिखने लगे और रुस्तम फिल्म का गीत “तेरे संग यारा” ऐसा ही गीत है जो बहुत लोकप्रिय हुआ।
BAAHUBALI 2
क्या कोई lyricist किसी मूवी में अच्छे dialogues भी लिख सकता है ? क्या होता है जब एक गीतकार को गाने के अलावा संवाद लिखने की अहम ज़िम्मेदारी भी दे दी जाती है ? South की बनी हुई बहुत सी मूवीज़ हिंदी दर्शक देखते हैं। ये hindi audience/viewers का market ही है जो साउथ कि मूवीज़ हिंदी में dub की जातीं हैं। इन फ़िल्मों के गीत भी हिंदी में फ़िर से लिखे जाते हैं।
आपने हिंदुस्तानी का “telephone dhun” और “hamma hamma” सुना ही होगा। ये गीत अजीबो गरीब lyrics के बाद भी बहुत popular हुए। दो दशक बाद, दक्षिण भारत की एक महा भव्य फ़िल्म हिंदी भाषा में रिलीज़ हुई। इस पर बहुत ज्यादा मेहनत की गई। इसके लिए संस्कृतनिष्ठ हिंदी में अद्भुत संवाद लिखे गए और इसके हिंदी संस्करण के लिए, हिंदी गीत भी बहुत लगन से बनाए गए।
इस फ़िल्म ने हिंदी दर्शकों और विश्व सिनेमा में एक ऐसी जगह बना ली है,जहाँ पहुंचना बहुत-बहुत मुश्किल है। bahubali 2 के लिए इस उपलब्धि का ताज Manoj Muntashir के सिर सजाया गया।
MANOJ MUNTASHIR
उत्तर प्रदेश के रहने वाले Manoj Muntashir टीवी इंडस्ट्री में काफी सालों से सक्रिय हैं। मुंबई में रहते हैं और पिछले कुछ सालों से एक गीतकार के रूप में उन्होंने बहुत शोहरत बटोरी है। वह बहुत से ऐसे मंच से अपने विचार साझा करते हैं, जहां पर लोग सुन पाते हैं कि गीतकार किस तरह सोचता है।
कैसा उसका विज़न होता है, कैसा उसका काम होता है। यह सब आपको आपके फ़ोन पर वीडियोस में मिल जाएंगे। जो आपको अभी सुनना चाहिए वो है Manoj Muntashir की लिखी कविता जिसका शीर्षक है “tum hume kya doge” ( तुम हमें क्या दोगे ). मजदूरों की व्यथा कहते,उनकी पीड़ा की कथा कहती इस कविता में यथार्थ है।
और निश्चित आप महसूस करेंगे, मैं व्यक्तिगत रुप से ऐसा महसूस करता हूं कि यह Manoj Muntashir की लिखी हुई सर्वश्रेष्ठ कविता है। इसे यूट्यूब पर काफी सुना जा रहा है:
तुम जुगनुओं के जागीरदार
हम तड़पता हुआ आफ़ताब हैं
तुम नक्शों पे खींची तंग दिल हक़ीक़त
हम नई दुनिया का दरिया दिल ख़्वाब है
तुम सिर्फ जिंदाबाद हो,
हम इंकलाब हैं
यानी तुम बहुत मामूली हो,
हम बहुत नायाब हैं
यहाँ तक कि उसे मनुष्य होने का अधिकार भी नहीं देते। उसे हक नहीं देते कि वह छांव में दो पल बैठे। उसे दो घूंट पानी नहीं देते जिससे वो अपना गला तर कर ले। उसके बच्चों को खिलाने के लिए हमारे पास इतना भी नहीं, जितना हमारे बच्चे बिना जूठा छोड़ देते हैं। ऐसे संवेदनशील रचनाकार को देख कर मुझे कहना होगा कि उन्होंने prasoon joshi की याद दिला दी।
PRASOON JOSHI
सन 2007 में taare zameen par के गीत prasoon joshi ने लिखे थे,तो वह चर्चा में आ गए थे। तारे ज़मीन पर में गीत के बोल बहुत सुन्दर हैं और अच्छे शब्दों से ही गीतों में जान आती है। गीत का भाव उभर कर सामने आता है। आशा करते हैं कि और भी अच्छे-अच्छे गीत Manoj Muntashir के लिखे हुए, हमें देखने को मिलेंगे,पढ़ने को मिलेंगे जिससे आने वाली पीढ़ी आनंदित होगी, प्रेरणा लेगी।
IMROZ FARHAD
IMROZ FARHAD NOOR is a co-founder and chief blogger of NEEROZ. He studied English Literature and Journalism. A number of articles, stories, short stories, poems have been published in reputed magazines and newspapers. He writes scripts for short movies, web series. He has been a radio announcer.He loves to read Psychology and Philosophy. He spends his spare time in drawing and playing basketball. He loves to travel. He speaks Hindi, English, and Urdu. ( learning Spanish ).