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हर आदमी में होते हैं दस बीस आदमी,
जिसको भी देखना हो कई बार देखना
निदा फ़ाज़ली साहब का ये शे’र आपने ज़रूर सुना होगा। इंसान को आप बार- बार देखें, बार-बार समझें, ये तो अच्छा है लेकिन ये भी ज़रूरी है कि आप ये पहचान लें कि क्या उस शख़्स से आपको नुकसान होगा। IN 5 LOGON SE HAMESHA DOOR REHNA HAI में आज बात होगी 5 तरह के लोगों की, जो सेहत के लिए ‘हानिकारक’ हैं।
IN 5 LOGON SE HAMESHA DOOR REHNA HAI पहला
जिनकी आदत ही है प्रॉमिस करना, वादे करना लेकिन कभी भी उसे पूरा न करना। ऐसे लोगों की वजह से आपका दिल भी दुखता है और आपका काम या आपकी इमेज भी खराब हो सकती है।
ऐसा इसीलिए क्योंकि आप सामने वाले व्यक्ति के भरोसे पर किसी अन्य व्यक्ति को कोई प्रॉमिस कर देते हैं। किसी को किया प्रॉमिस तोड़ें, आप ऐसे व्यक्ति तो निश्चित ही नहीं बनना चाहते होंगे।
ऐसे लोगों से हमेशा रहें जो अपना वादा पूरा नहीं करते। वादा छोटा हो या बड़ा, प्रॉमिस मामूली हो या स्पेशल,उसका पूरा होना जरूरी है। ना कि सतही तौर पर बोल देना, यहां मैं उन लोगों की बात नहीं कर रहा जिनसे कभी कभार कोई काम छूट जाए बल्कि उनकी बात कर रहा हूं जिनकी आदत है बोलना लेकिन काम न करना।
IN 5 LOGON SE HAMESHA DOOR REHNA HAI दूसरा
बार-बार सिम बदलने वाले। दरअसल आज के समय में ज़्यादातर काम फ़ोन से होते हैं। ऐसे में एक भरोसेमंद व्यक्ति, एक या दो भरोसेमंद कांटेक्ट नंबर रखता है। उसी नंबर से आपको contact करता है और उसी से सारे काम पूरे करता है।
कोई व्यक्ति हर थोड़ी देर में सिम का नंबर बदल ले,फोन नंबर बदल ले, ऐसे व्यक्ति की विश्वसनीयता, उसकी reliability पर बड़ा सवाल खड़ा हो जाता है क्योंकि इमरजेंसी में उसका नंबर नहीं लगता।
ऐसे ‘सिम प्रेमी’ लोगों से एक नुकसान ये भी है कि पैसे उधार लेने के बाद अक्सर इनसे contact नहीं हो पता। किसी काम को हाथ में लेने के बाद कुछ लोग हर दिन में कुछ देर के लिए अपना नंबर बंद कर देते हैं |
ऐसे लोग भरोसेमंद नहीं हैं क्योंकि इनके इस improfessional attitude की वजह से जब यह काम को वक्त पर खत्म नहीं कर पाते तो अपना नंबर बंद कर देते हैं ताकि अपने क्लाइंट को किसी तरह avoid किया जा सके।
IN 5 LOGON SE HAMESHA DOOR REHNA HAI तीसरा

“हां भाई,बस 2 मिनट में पहुंच रहा हूं।”,” हां भाई, बस 5 मिनट में पहुंच रहा हूं.”, “हां भाई, बस आपका काम हो ही गया।” “हां भाई, बस आपका काम ही कर रहा हूँ।” ये वह लोग हैं जो हर बात पर या आए दिन इस तरह के संवाद कहते मिलते हैं।
ऐसे लोग कभी समय पर कोई काम नहीं करते। समय पर कहीं नहीं पहुंचते और अगर किसी अन्य व्यक्ति ने कोई जिम्मेदारी दी है तो, उसे भी समय पर नहीं पूरा कर पाते।
याद रखिए हमारी शुरुआत स्कूली जीवन में सबसे पहले अनुशासन में समय की पाबंदी का पाठ पढ़ाया जाता है। अगर आप समय पर स्कूल नहीं पहुंचते तो आपको पनिशमेंट मिलती है। यदि आप समय पर अपनी क्लास अटेंड नहीं करते, अपना वर्क पूरा नहीं करते, समय से परीक्षाएं नहीं देते, समय से assignment पूरे नहीं करते तो ज़िंदगी की रेस में आपकी कोई गिनती नहीं है।
जीवन में हर जगह सारी कैलकुलेशन समय के अनुसार होती हैं। दुनिया के सारे ऑफिस, सारी फैक्ट्रीज़ सब कुछ समय पर निर्भर करते हैं। समय पर अपना काम पूरा करते हैं। जो लोग काम ले लेते हैं लेकिन पूरा नहीं करते उन्हें या तो नया काम नहीं मिलता और अगर मिल भी जाए तो उसे भी पूरा नहीं कर पाते। इसीलिए जो लोग वक़्त की कद्र नहीं करते उनसे हमेशा बचिएगा।
IN 5 LOGON SE HAMESHA DOOR REHNA HAI चौथा
नेगेटिव सोचने वाले लोग वो लोग हैं जिनसे हफ़्ते के 7 साल के 365 दिन दूर रहना हैं। ऐसे लोग जो हर घटना, हर व्यक्ति और हर बात में कोई ना कोई कमी ढूंढते हैं, कमी देखते हैं और negative thoughts देते हैं। negative thoughts वालों के पास बस प्रॉब्लम ही प्रॉब्लम का भंडार होता है। उनके पास कभी कोई solution नहीं होता।
ऐसा नहीं है कि दुनिया में सारी चीजें परफेक्ट है। सारे लोग परफेक्ट हैं और किसी में कोई कमी नहीं है। बात यह भी नहीं है कि लोगों और परिस्थितियों में कमी निकाल कर उन्हें बेहतर नहीं बनाना चाहिए, बिल्कुल कमियों पर काम यकीनन होना चाहिए पर कुछ लोग इस बेहतर बनाने वाले हिस्से पर काम ही नहीं करते वो केवल प्रॉब्लम्स के बारे में बात करते रहते हैं
उदाहरण के लिए आप जिस सोसाइटी में रहते हैं वहां के गार्डन में कुछ लोग हमेशा कचरा करते हैं। कोई व्यक्ति या कुछ लोग हो सकते हैं जो हर दिन कहते हों “यार लोग इतना कचरा करते हैं,” लेकिन कभी solution की तरफ कोई कदम नहीं उठाते।
इसका सीधा तरीका यह है कि सोसाइटी के गार्ड और सेक्रेटरी से मिलकर एक नियम बनाया जाए, जो कचरा फैलाएगा उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग निकाल कर, उसी से साफ़ करवाया जाएगा और जुर्माना लगाया जाएगा।
IN 5 LOGON SE HAMESHA DOOR REHNA HAI पांचवा
किसी की respect ना करने वाले ऐसे लोग जो किसी का आदर नहीं करते, किसी की रिस्पेक्ट नहीं करते। ऐसे लोगों से हमेशा दूरी बनाकर रखनी चाहिए। कुछ लोगों की बीमार मानसिकता इस तरह की होती है कि वह या तो लोगों में gender के आधार पर, या cast के आधार पर, या culture के आधार पर डिफरेंस करते हैं और ऐसा मानते हैं कि फलां काम, फला लोगों के बस का नहीं है।
उदाहरण के लिए कुछ लोग मानते हैं की नेतृत्व वाले या बड़ी जिम्मेदारी वाले काम लड़कियों के लिए नहीं होते। इस तरह की बात सारी संकुचित और रूढ़िवादी परिभाषाओं को बनाकर वह काम करने को और दुनिया के आगे बढ़ने को मुश्किल बनाते हैं।
वह हमारे परस्पर समन्वय और communal harmony को complex करते हैं। इस तरह के लोग किसी भी society,community, state,country के लिए ‘हानिकारक’ होते हैं इनसे बचकर रहना जरूरी है।
IMROZ FARHAD
dream to join Defence Services ? – http://neeroz.in/indian-air-force
IMROZ FARHAD NOOR is a co-founder and chief blogger of NEEROZ. He studied English Literature and Journalism. A number of articles, stories, short stories, poems have been published in reputed magazines and newspapers. He writes scripts for short movies, web series. He has been a radio announcer.He loves to read Psychology and Philosophy. He spends his spare time in drawing and playing basketball. He loves to travel. He speaks Hindi, English, and Urdu. ( learning Spanish ).