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बहुत साल पहले कहीं पढ़ा था कि एक जनजाति है जो सिर्फ़ एक शब्द में ही पूरी बात कर लेती हैं | उनके शब्दकोश में एक ही शब्द है “इंजे” | पास बुलाना हो तो ‘इंजे’, दूर भगाना हो तो ‘इंजे’, खाना हो तो ‘इंजे’, पीना हो तो ‘इंजे’ | वो सिर्फ़ बोलते वक़्त अपने voice modulation को चेंज करते हैं और हाथ से, आंख या चेहरे से इशारे करते हैं |
लेकिन हम एक ऐसी दुनिया में रहते हैं जहाँ हर दिन नये words और terms एंट्री करते जा रहे हैं | सबको याद रखना तो मुमकिन नहीं, लेकिन उस skill को भी master किया जा सकता है, जब आप गिने चुने शब्दों के VFX से भी communication में अच्छा effect ला सकते हैं |
What are skills ? ( skills क्या होते हैं ? )
सबसे पहले तो ये जानना जरूरी है कि skill किसी task को करने करने की योग्यता है जिसमे समय,ऊर्जा,बुद्धि या तीनों लगाकर एक determined या expected result पाने की कोशिश की जाती है | तो यहाँ ये बात साफ़ है कि communication skill में भी हमें time,energy,brains का सबसे अच्छा इस्तेमाल करना है | कम वक़्त में, उपयुक्त शब्दों में अगर आप अपनी बात कह लेते हैं तो आपको इसका फायदा ज़रूर मिलेगा |
What are hard and soft skills ( hard skills और soft skills क्या हैं ? )
किसी task को पूरा करने के लिए किन techniques,processes,methods की ज़रुरत पड़ेगी इनकी समझ और उन पर पकड़ को hard skills कहा जाता है | soft skills का दायरा और भी बड़ा है और ये social skills, communication skills, career attributes और emotional quotient ( EQ ) जैसे skills का combination है | soft skills पर हम अलग से एक दूसरे ब्लॉग में भी चर्चा करेंगे |
Why communication skills are important ? ( communication skills क्यूँ ज़रूरी हैं ? )
आप टाइटल में ग़लती ढूँढ पाए ? मतलब आपके स्किल्स अच्छे हैं | personal life और professional life दोनों ही जगह सक्सेस की key है कम्युनिकेशन स्किल्स | आप ध्यान दें तो पाएँगे की पहले के लोगों की मित्रता या संबंध बहुत लंबे समय तक चलते थे | क्या कारण हो सकता है ? कारण या विशेषता थी अच्छी तरह संवाद करना | अच्छे संवाद में शब्दों की भूमिका तो होती ही है पर उससे कहीं अहम है ‘नीयत’ | पॉजिटिव इंटेंशन से बात करेंगे तो सफ़लता जरूर मिलेगी |
बहुत सी स्टडीज और सर्वे से भी पता चला है कि अच्छे कम्युनिकेशन स्किल वाले व्यक्ति को ज़्यादा PROMOTIONS या OPPORTUNITIES मिलती हैं | अच्छे शब्दकोश ( VOCAB ) से ये भी पता चलता है कि आपके अध्ययन का दायरा अच्छा है और आपमें ज्ञान की भूख है | ऐसे इंसान को आगे बढ़ने से भला कौन रोक सकता है |
communication skills and English
भारत में प्राइवेट सेक्टर में इंग्लिश पर पकड़ एक अहम ज़रुरत है | कुछ job profiles और काम का nature ही ऐसा होता है कि इंग्लिश अनिवार्य हो जाती है | interview,workplace,meetings,presentation,public relation,trips हर जगह reading,writing और speaking skills की ज़रूरत पड़ेगी ही | इससे भागने से अच्छा है इस पर तुरंत काम शुरू कर दें | बिल्कुल बेसिक से शुरू करें | बुक्स पढ़ें, उसकी एक्सरसाइज करें, प्रैक्टिस करें | ऑडियो सुनें,वीडियो देखें, ग्रुप में बात करें, मिरर में देख कर बोलने की प्रैक्टिस करें |
ख़ुद ब ख़ुद कोई language आने लगे ऐसा कोई नुस्खा तो आज तक बना नही | 10,000 hours का एक रूल है कि यदि आप किसी काम में एक्सपर्ट बनना चाहते हैं तो उस काम को हफ़्ते में कमसे कम 20 घंटे, 500 हफ़्तों तक करना होता है | अब आप एक्सपर्ट नही बनना चाहते तो भी कुछ समय तो आपको देना ही होगा | बहुत सामान्य सा नियम है, आप जिस कार्य को समय देने लगते हैं, उसमें कुशल होते जाते हैं | तो समय निकालिए ताकि जब बातों की बात हो, तो बस आपकी बात हो |
IMROZ FARHAD NOOR is a co-founder and chief blogger of NEEROZ. He studied English Literature and Journalism. A number of articles, stories, short stories, poems have been published in reputed magazines and newspapers. He writes scripts for short movies, web series. He has been a radio announcer.He loves to read Psychology and Philosophy. He spends his spare time in drawing and playing basketball. He loves to travel. He speaks Hindi, English, and Urdu. ( learning Spanish ).