आपको जानकर हैरत भी होगी और गर्व भी होगा कि इंडिया ने अपनी पहली science fiction movie 1963 में बनाई थी। BEST INDIAN SCI FI MOVIES AND WEB SERIES PART 1 पढ़ने वाले किसी भी संभावित रीडर के जन्म के पहले 1963 में kalaiarasi बन चुकी थीऔर अगर 1963 से पहले जन्म में कोई व्यक्ति इस समय मेरा blog पढ़ रहे हैं यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात है।
Kalai Arasi

इस फ़िल्म को ए कसलिंगम ने डायरेक्ट किया था। मुख्य भूमिका में एमजी रामचंद्रन (M. G. Ramachandran) और पी भानुमति ( P. Bhanumathi) का डबल रोल था। भारत में बनी हुई first space and alien movie. इस फ़िल्म में मोहन नाम के ईमानदार और मेहनती किसान की कहानी है जिसे धनी ज़मींदार की बेटी वाणी से प्यार हो जाता है।
समानांतर कथा में एक स्पेसक्राफ्ट (spacecraft ) पृथ्वी पर आया हुआ है। उस प्लेनेट के लोग साइंस में तो बहुत आगे हैं लेकिन कला (arts) के मामले में काफ़ी पीछे हैं। पृथ्वी पर वो ऐसे ही टैलेंटेड लोगों को खोजने आए हैं। वाणी को गाता देख उनकी तलाश पूरी होती है और एक एलियन उसे अपने साथ अपने ग्रह ले जाता है। जबकि उसका साथी एलियन पृथ्वी पर ही रुकता है। क्या नायिका वापिस आती है ? क्या नायक दूसरे ग्रह जाता है ? क्या इनके डबल रोल एलियंस हैं ? ये सारे जवाब मिलेंगे kalai arasi में।
Mr X in Bombay

Mr X in Bombay, Kishore Kumar ( किशोर दा ) की इस फ़िल्म का नाम आपने ज़रूर सुना होगा। वैसे बहुत से लोगों को ये बात नहीं पता है कि Kishore Kumar एक science fiction thriller अपने वक़्त में कर चुके हैं। साल था 1964. इसे डायरेक्ट किया था शांतिलाल सोनी ने। मुख्य भूमिका में कुमकुम (Kumkum) और मदन पुरी (Madan Puri) थे।
फ़िल्म की कहानी में साइंटिस्ट माथुर अपने मनोहर नामक एम्प्लॉई को एक रसायन पिलाता है। एक्सपेरिमेंट फेल होता है और मनोहर की मौत हो जाती है। राजन इस राज़ को जानने के बाद माथुर को ब्लैकमेल करता है और उसकी बेटी शोभा से शादी की डिमांड रखता है। शोभा, सुदर्शन से प्यार करती है लेकिन कालांतर में सुदर्शन मर जाता है। राजन, जब शादी की तरफ़ आगे बढ़ता है तब मालूम होता है कि सुदर्शन कभी मरा ही नहीं था बल्कि अदृश्य ( invisible ) हो गया है।
क्या सुदर्शन visible होगा ? क्या राजन ज़बरदस्ती शोभा से शादी कर लेगा ? सारे जवाब हैं Mr X in Bombay में। एक सदाबहार गीत ने इस फ़िल्म को भी अमर कर दिया। गीत था “मेरे मेहबूब क़यामत होगी” ( mere mehboob qayamat hogi )
Mr India

H G Wells के उपन्यास The Invisible Man ( published 1897, गॉड !ये राइटर्स वक़्त से इतने आगे का कैसे सोच लेते हैं ) से प्रेरित Mr India को Shekhar Kapur ने डायरेक्ट किया था। ये फ़िल्म 1987 में आई थी जिसे हर उम्र के viewers ने पसंद किया। Salim Khan और Javed Akhtar के जानदार duo ने इस फ़िल्म की स्टोरी और स्क्रीनप्ले लिखा।
मुख्य भूमिका में हर दिल अजीज़ Anil Kapoor, Sridevi, Amrish Puri, थे। satish kaushik और annu kapoor का किरदार भी लाजवाब था। संगीत Laxmikant–Pyarelal ने दिया। फ़िल्म में ऐसे बहुत सारे फैक्टर्स हैं जो इसे सबकी फेवरेट बनाते है। फ़िल्म के भीतर प्रवेश करते हैं। अरुण, एक सीधा और नेकदिल इंसान है। वो कैलेंडर ( दोस्त ) की मदद से 10 अनाथ बच्चों को पाल रहा है। किराए के कमरे की तलाश में जर्नलिस्ट सीमा से उसका परिचय होता है।
दोस्ती के बाद अरुण को सीमा से प्यार हो जाता है। एक दिन अरुण को पता चलता है कि उसके दिवंगत वैज्ञानिक पिता एक डिवाइस बना गए हैं जिसे पहनने वाला अदृश्य (invisible) हो जाता है। अरुण, device हासिल कर लेता है। मुगैंबो ( कहानी का विलन ) पूरे इंडिया पर अपनी हुकूमत चाहता है। सीमा, मुगैंबो के नापाक मंसूबों को दुनिया के सामने बेनक़ाब करना चाहती है।
सारे बच्चों का क्या होगा ? हीरो की लव स्टोरी का क्या होगा ? क्या विलन अपने मकसद में कामयाब होगा। ये सब मूवी में है। नहीं देखी है तो एक बार मेरे इसरार पर ज़रूर देखिए। आप कमेंट में thank you लिखने ज़रूर आएंगे। ज़िन्दगी की यही रीत है ( zindagi ki yahi reet hai ) को सर्वकालिक महान गीतों में याद किया जाएगा।
Koi Mil Gaya

2003 में रिलीज़ हुई koi mil gaya, Indian Hindi-language sci-fi drama film थी जिसे Rakesh Roshan ने डायरेक्ट किया। Hrithik Roshan और Preity Zinta ने हमें 3 घंटे ख़ुश होने और पहाड़ों की सुंदर लोकेशन में फैंटसी की वजह दी। Rekha भी अहम् किरदार में हैं। कहा गया कि koi mil gya, हॉलीवुड की मशहूर E.T. the Extra-Terrestrial से प्रेरित थी लेकिन Rakesh Roshan ने इससे इंकार किया।
यहाँ से कथा यात्रा की उड़नतश्तरी पर सवार हो जाइए। संजय मेहरा ( rakesh roshan ) साइंटिस्ट हैं जो परग्रही ( aliens ) से संपर्क बनाने का प्रयास कर रहे हैं और कुछ हद तक सफ़ल भी हैं। एक दिन प्रेग्नेंट पत्नी की साथ ड्राइव करते वक़्त उन्हे एक उड़नतश्तरी ( UFO ) दिखाई देती है। उत्साह में कार का एक्सीडेंट हो जाता है।
साइंटिस्ट की मृत्यु हो जाती है। पत्नी (rekha) mentally challenged बालक रोहित (hritik roshan ) को लेकर कसौली में रहती है। निशा ( priety zinta ) से रोहित की दोस्ती होती है। खेल-खेल में उनका मैसेज aliens तक पहुँच जाता है और एक UFO से एक एलियन जादू ( jadoo ) धरती पर छूट जाता है। रोहित, जादू को अपने घर में छुपा कर रखता है और उसे जादू से सुपर पॉवर्स मिल जाती हैं।
इस alien को पुलिस, साइंटिस्ट, मीडिया सब ढूंढ रहे हैं। क्या alien वापिस चला जाएगा ? क्या रोहित की पॉवर्स जादू के जाने से चली जाएंगी ? जैसे सवालों के जवाब फ़िल्म में हैं। इस फ़िल्म में जादू, इंद्रवदन पुरोहित ने अनिमेट्रॉनिक सिर ( animatronic head ) और कॉस्टयूम पहनी।
KOI MIL GAYA पहली भारतीय फ़िल्म ( first indian film using animatronic ) थी जिसमें animatronic का इस्तेमाल हुआ। इस फ़िल्म में इतने अच्छे CGI (Computer-generated imagery) और स्पेशल इफ़ेक्ट्स का इस्तेमाल हुआ कि इसे पहली हिंदी साइंस फ़िक्शन फ़िल्म ( first hindi sci-fi movie ) कहना ग़लत न होगा।
OK COMPUTER

भारत की पहली साइंस फ़िक्शन कॉमेडी ok computer है। मार्च 2021 में रिलीज़इस टीवी सीरीज़ को Pooja Shetty, Neil Pagedar, और Anand Gandhi ने लिखा है। मुख्य भूमिकाएं Radhika Apte, Vijay Varma, Rasika Dugal, Jackie Shroff, Kani Kusruti ने की हैं और अजीब ( Ajeeb ) का वॉइस ओवर मोहन उल्लास ने किया है।
इस फ़िल्म में 2031 के new india की कल्पना की गई है। ये एडवांस दुनिया the fifth element, matrix या total recall जैसी नहीं है बल्कि artificial intelligence, मानवीय प्रयासों की जगह कैसे ले लेगा उसकी कल्पना है। ख़ैर ok computer में हैं कई सारे robots, AI machines, holograms हैं।
फ़िल्म में एक सेल्फ़ ड्राइविंग कार को हैक कर के एक आदमी की हत्या कर दी गई है। cyber crime detective साजन कुंडू और लक्ष्मी सूरी इस मामले की जाँच करते हैं। cargo के बाद ये दूसरा अद्भुत प्रयोग है । दरअसल यही एक्सपेरिमेंटल सिनेमा है । satire का स्तर कितना बेहतरीन है ।
1 ) कौन है भारत का करंट दुश्मन कौन है । पाकिस्तान, चीन ?
“सर रिपोर्ट के मुताबिक़ fake news सबसे बड़ा दुश्मन है ।”
2 ) एक रोबोट के धोखे ने पूरे भारत को हिला दिया है क्यूंकि भारत को अब तक सिर्फ़ दंगों, ग़रीबी और ग्लोबल वार्मिंग की हत्या की ही आदत है ।
3 ) पुलिसकर्मी अपने सीनियर से कह रही है सर मोरल इतना डाउन है कि हमारा मोटो सत्यमेव जयते की जगह ,” सत्य नही भी जीता तो चलेगा” हो गया है ।
एक्सपेरिमेंटल सिनेमा लवर्स के लिए परफ़ेक्ट फ़िल्म ।
sci-fi movies की लिस्ट लंबी है। krrish, lovestory 2050, action replayy, ra one, robot, 2.0, carbon और cargo जैसे नाम शामिल हैं। कुछ ही फ़िल्मों को critical acclaim मिला है। लेकिन ये तय है कि आने वाले वक़्त में हमें इस genre में अच्छा एक्सपेरिमेंटल सिनेमा/कंटेंट देखने मिलने वाला है।
IMROZ FARHAD
IMROZ FARHAD NOOR is a co-founder and chief blogger of NEEROZ. He studied English Literature and Journalism. A number of articles, stories, short stories, poems have been published in reputed magazines and newspapers. He writes scripts for short movies, web series. He has been a radio announcer.He loves to read Psychology and Philosophy. He spends his spare time in drawing and playing basketball. He loves to travel. He speaks Hindi, English, and Urdu. ( learning Spanish ).